पानी पियो खाना बनाओ सिंचाई करो पानी फेंको या बर्बाद करो । कुछ फर्क नही पड़ता खत्म तो होगा पानी ही और प्रभाव पड़ेगा इंसान पर पर्यावरण पर जानवरों पर पेड़-पौधों पर और सारी दुनिया पर । #सौरभ कुमार ठाकुर (बालकवि एवं लेखक) मुजफ्फरपुर, बिहार Post Views: 204

मोहब्बत का अहसास होता ही रह गया, पता नही मैं कब तक सोता ही रह गया । मोहब्बत किया था मैंने उससे एक दफा, पर कहने की हिम्मत जुटाता ही रह गया । दिल में तो मेरे काफी ख्याल थे उसके लिए, पर आज या कल कहूँ सोचता ही रह […]

हिंदी ने सब कुछ सिखलाया, हिंदी का गुणगान करें | जिसने जना चंद जगनिक कवि, उसका हम सम्मान करें | खुसरो की ‘कह मुकरी’ जिसकी गोदी में मुस्काती हो – ऐसी पावन भाषा से नित, नूतन नवल विहान करें | हिंदी का गुणगान करें …………|| पद्मावत रच दिये जायसी, बीजक […]

ज्ञान का सागर है शिक्षक , महासागर है शिक्षक , जीवन का मान है शिक्षक , सृष्टि का अवतार है शिक्षक ! हमें ज्ञान की ज्योति देते है , हमें नवज्योति दिखाते है , विज्ञान प्रौद्योगिकी कला का सिखाते है , हमें माता – पिता से ऊंचा पद प्रतिष्ठा देते […]

भले ही देना ना उपहार कभी गुरुओं को मगर देना सदा सत्कार सभी गुरुओं को पुराणों ने कहा है वेदों ने भी माना है ईश का धरती पे आकार छवि गुरुओं को शिक्षक दिवस पे ये अभियान बढा़ना है हमें गुरु का जग में सदा मान बढा़ना है हमें गुरु […]

जीवन में , जिसको मैंने प्यार किया , उसी ने मुझे बर्बाद किया , ये हकीकत है या अफसाना , न कि अवास्तविकता , प्यार …… सिर्फ नाम से बदनाम है , ये दर्द तो बहुत देती है , दिल , आरज़ू , गम की , नदियां बहा देती है […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।