दामिनी झोपड़ी से बाहर अपने कपड़े ठीक करते हुए निकल आई । उसने अपने बीमार पति के मुंह में एक लोटा पानी उड़ेला और पुनः झोपड़े के भीतर चली गई । बीमार धनुआ चारपाई पर पड़ा-पड़ा एकटक दामिनी को देखता रहा । हताश-निराश धनुआ शारीरिकरूप से मजबूर था, पिछले साल […]