दिल को बच्चा बनने देते है दिल की ख्वाहिशों को एक बार फिर से मचलने देते है आँखों में फिर से एक बार इक ख्वाब पलने देते है दुनिया की इस भीड़ में ज़रा- सा  सुकून पाने के लिए आओ इस दिल को इक बार फिर से बच्चा बनने देते […]

.              व्याप रहा  संसार में, सब  जन  भ्रष्टाचार। ढूँढे से मिलता नहीं,अब जग सदआचार।। गली हाट बाजार में,दफ्तर अरु चपरास। भ्रष्ट सभी जन हो रहे, रिश्वत तेरी आस।। अधिकारी नेता बड़े, डाक्टर साहूकार। पटवारी राजस्व तो ,हैं  सबके सरदार।। मंत्री  अरु सांसद  बने, भ्रष्टाचारी  जीव। पद से ये हट जाए […]

शिव की सेवा पूजा कर अपना जीवन यापन करने वाला गुरव पुजारी कहलाया है, शैवधर्म का पालन करने वाला गुरव कहलाया है । नित सर्व प्रथम शिव का स्मरण करना ओर शिव को ही भजना, जपना ओर शिव को ही अपना सर्व जीवन समर्पित करना यह गुरव कर्म है। यही […]

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आईना जनाब गजब खेल दिखाता है दाँये को बायां और बांये को दांया सच को झूठ और झूठ को सच बताता है ए!आईने सुन राज की बात बताती हूँ यूँ ना इतरा सबका चहेता बनकर आज मैं तुझे आईना दिखाती हूँ अच्छा है तू या तो झूठ बोलता है या […]

वर्षा है  सयानी रानी मन की दीवानी मानी पावस  ऋतु की प्रीत ….रीत ही निभाइये।। दादुर   नँगारे   बाजे कलापी सुनृत्य साजे चातक पपीहा वाणी …गीत ही सुनाइये।। खेत में किसान घूमें धान  पुरवाई   झूमे बिटिया  झुलन कहे झूला तो बनाइये।। सावन  बिताय अब भादवे  लगे  है जब याद बृजराज आए […]

  घूरन की आँखें खुली तो धान के दो बोरे गायब थे। दो दिनों की माथापच्ची,दलालों की चिचौरी और ठेकेदारों तथा खरीदारों की घिनौनी हरकत ने उसे इस कदर थका दिया कि रात बैठे-बैठे ही उनकी आँंखें लग गयीं। गोनर ने कब राजा सल्हेश का किस्सा खतम किया,उसे कुछ भी […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।