हिंदी के महान लोककवि स्व. श्री गोपालदासजी नीरज को श्रद्धाजंलि अर्पित करने के लिए सोमवार (30 जुलाई 2018) शाम को 5.30 बजे हम सब इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में इकट्ठे होंगे। 5.30 बजे प्रसाद और चाय की व्यवस्था है। उसके बाद 6 बजे प्रसिद्ध गायिका श्रीमती राधिका चोपड़ा का गायन होगा। […]

घायल जिस्म में जान अब भी बाकी है, कहता है पाना है जो मुकाम वो अभी बाकी है। बेशक आज कमज़ोर है घायल है मगर खुदसे लड़ने को  राज़ी है, बहुत तडपा है ज़िन्दगी में आगे और तड़पना पड़े तो कोई गम नहीं के पाना है जो मुकाम वो अभी […]

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जानकर तेरा पता खुद लापता हूँ आजकल, स्वप्न आँखों में बहुत,सो जागता हूँ आजकल। लाख मंजिल पा के भी फिर लौट घर ही आना है, पीछे रह जाने के डर से भागता हूँ आजकल। मंदिरों-न मस्जिदों से अर्थ है आवाम का, बेचना अखबार है,दंगे छापता हूँ आजकल। मिलन-फागुन-चूड़ी-कंगन पर सभी […]

कर जोड़ कर रहा हूँ अरदास यह विधाता। हर जन्म में मिलाना मुझसे हमारी माता।। माँ-सा सुघड़ सलोना संसार में न दूजा। भगवान तुमसे पहले माँ की करूँगा पूजा। माँ ही गुरु है गोविंद सबसे अटूट नाता। हर जन्म में मिलाना मुझसे हमारी माता।। सर्दी में गीले बिस्तर पर खुद […]

नकली समर्थकों ने भी पाला बदल लिया, कट्टे-छुरी को छोड़ के माला बदल लिया। कल तक समाजवाद सर्वजन के थे वकील, चाबी गई जो हाथ से ताला बदल लिया। #आशुकवि नीरज अवस्थी परिचय : आशुकवि नीरज अवस्थी का जन्म 1970 में हुआ है।परास्नातक (राजनीति शास्त्र)और तकनीकी शिक्षा (आईटीआई- इलेक्ट्रीशियन) हासिल […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।