बेपनाह प्यार का मौसम चला गया तेरे साथ इंतज़ार का मौसम चला गया ======================= थाम लिया दामन-ए-मैकशी हमने इश्क के खुमार का मौसम चला गया ======================= ताल्लुकात तोड़ के चला गया तू जब शहर से बहार का मौसम चला गया ======================= कैसे करेंगे हम अब वो जुर्म-ए-खुशगवार तवाफ-ए-दर-ओ-दीवार का मौसम […]
malhotra
किस्सा-ए-इश्क अपना इतना ही रहा बस आगाज़ ही किया था कि उसने कहा बस ========================== ज्यादा तो कुछ नहीं हुआ होकर जुदा तुमसे सीने में मेरे हल्का-हल्का दर्द हुआ बस ========================== क्या कहूँ क्यों हो गया तनहाई-पसंद मैं फितरत-ए-दुनिया को पहचान गया बस ========================== कुछ और सुनाने की ज़रूरत ही […]
ख्वाब आँखों में जितने पाले हैं सब के सब टूट जाने वाले हैं ==================== जो पसंद हो वही नहीं मिलता खेल कुदरत के भी निराले हैं ==================== हमें तुम क्या मिटाओगे, हमने सीने में तूफान पाले हैं ==================== कोई आवाज़ न उठाएगा यहां सबकी ज़ुबां पे ताले हैं ==================== कहीं […]
r वक्त-ए-आखिर तुझमें मुझमें फर्क क्या रह जाएगा, ना रहेगा कोई छोटा, ना बड़ा रह जाएगा, =============================== काम आएँगी वहां बस अपनी-अपनी नेकियां, मान-इज़्ज़त महल-दौलत सब पड़ा रह जाएगा, =============================== सीख लूँ खुदगर्ज़ियाँ मैं भी ज़माने से मगर, इंसानियत से फिर क्या मेरा वास्ता रह जाएगा, =============================== फर्क ही इतना […]