माहभर मातृभाषा ने करवाए डिजिटल प्रतियोगिताएँ एवं विभिन्न कार्यक्रम इन्दौर। हिन्दी भाषा को प्रचारित, प्रसारित करने के उद्देश्य से सितम्बर माह को मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा हिन्दी माह के रूप में मनाया जाता है। इस माह में संस्थान द्वारा हिन्दी महोत्सव 2025 का आयोजन किया गया। विगत 6 वर्षों से […]

मातृभाषा ने पुनः आरम्भ की शहर की समृद्ध गोष्ठी परम्परा इंदौर। हिन्दी माह के दौरान हिन्दी महोत्सव 2025 के अंतर्गत मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा काव्य गोष्ठी ‘कविताई’ आरम्भ की गई। रविवार को महफ़िल रेस्टोरेंट में कविता पाठ कर परम्परा का शुभारंभ किया गया, जिसमें कवियों ने काव्य पाठ किया। राष्ट्रीय […]

नई दिल्ली। हिन्दी महोत्सव 2025 के अंतर्गत मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा दिल्ली पब्लिक स्कूल, सिद्धार्थ विहार में शुक्रवार को विद्या रत्न एवं भाषा सारथी सम्मान समारोह किया गया, जिसमें विद्यालय के मेधावी विद्यार्थियों और शिक्षकों को अलंकृत किया गया। इस अवसर की शोभा बढ़ाने हेतु संस्थान की राष्ट्रीय सचिव सुश्री […]

सनावद। मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा हिन्दी महोत्सव 2025 के अंतर्गत शहर के शिखर लर्निंग सेंटर में हस्ताक्षर बदलो अभियान चलाया। कवि पारस बिरला ने छात्रों को हिन्दी में हस्ताक्षर बदलने के लिए प्रेरित किया। सेंटर के डायरेक्टर त्रिलोक बिरला, स्वाति बिरला, सहयोगी डायरेक्टर जितेन्द्र पाटील, रवि खेड़े, प्राचार्य आरिफ़ खान […]

लघुकथा तो साहित्य का वामन अवतार- श्री उपाध्याय इन्दौर। हिन्दी दिवस के उपलक्ष्य पर साहित्य की महनीय विधा लघुकथा पर मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा लघुकथा मंथन 2025 का आयोजन इंदौर प्रेस क्लब में किया गया। वरिष्ठ साहित्यकार सूर्यकान्त नागर एवं प्रताप सिंह सोढ़ी को जीवन गौरव सम्मान से सम्मानित किया […]

श्री नागर और श्री सोढ़ी होंगे जीवन गौरव सम्मान से सम्मानित लघुकथा पर नए युग के विमर्श के साथ प्रदेशभर से आए लघुकथाकार करेंगे लघुकथा पाठ इन्दौर। हिन्दी और उसकी विधाओं के प्रचार के लिए कार्यरत मातृभाषा उन्नयन संस्थान हिन्दी महोत्सव 2025 के अन्तर्गत शुक्रवार को प्रेस क्लब में दोपहर […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।