ये दौरे-इम्तहान है,बस खुदा का नाम लो ऐसे वक्त में तो काज़ी,नज़ाकत से काम लो क्या सोचा तुम्हारे कर्मों का हिसाब नहीं होगा अब अपनी सफाई के सारे साज़ो-सामान लो ये तमाम रियासतें धरी की धरी ही रह जाएँगीं अपने गुनाहों की माफी अब सुबहो-शाम लो जिस्म सारा दुहरा जा […]