मन में कुछ ठाने, झोला,झंडी ताने, कपड़े वही पुराने, चला जा रहा कमाने!! परिवार की तमाम ख्वाहिशो को, जिम्मेदारियों से खुद को बांधे, चला जा रहा कमाने! कपड़े नही ढंग के तन में, परेशानी हैं घर की सामने, जाने को मन बिल्कुल ना माने, फिर भी, चला जा रहा कमाने!! […]