न नवल मंजु शुभ सुबह हो,सुखदायक हर शाम। या यादें प्रिय-हिय में बसी,रहे अधर पर नाम।। सा साथ सदा त्यौहार हों,और ख़ुशी हर ओर। ल लहराए मन झूम के, हो रंगों का जोर।। मं मंदिर-सा महके सदा,यश वैभव सब ओर। ग गर्वित भाल उठा रहे,खिली रहे हर पोर।। ल लघु स्वर्णिम रवि रश्मियाँ,हिय […]