विनय शुक्ला आजकल में, किसी पल में वक्त के तुम, क्रूर छल में निपट जाओगे, निपट जाओगेl बस दो गज जमीं, के जमींदार बनकर सिमट जाओगे, सिमट जाओगे। #विनय शुक्ला Post Views: 716
आज महफिल है हंसी हो, कुछ जवां से आप भी, आज फिर दिल के बहकने का इरादा-सा है क्या। कह नहीं सकते जुबां से, और दिल खामोश है कौन है वो कोई अपना, कोई बेगाना है क्या। है बसा जो एक सपना, आज आँखों में नया आज राही मन्जिलों को […]
है कोइ राब्ता तो रज़ा के बगैर भी, शामिल हैं रूह में वो वफ़ा के बगैर भी। दौलत कमाई’लाख मगर एक सच है ये, हासिल हुआ न सुकुन दुआ के बगैर भी। अक्सर नसीब को मेरे तंहाइयां ही क्यों, ईनाम में मिली है ख़ता के बगैर भी। इतना यकीं तो […]
हैं धन्य हरीश साल्वे जी, जो बने मसीहा भूषण के थूका है आज़ उन्होंने मुँह पर उस स्वराज के भूषण के। ये एक तमाचा ही समझो, पाकिस्तानी मंसूबों पर गहरा हो गया कुठाराघात पाकिस्तानी महबूबों पर। दुनिया देखे अब दौर नहीं, जब हम घुट-घुटकर जीते थे बेबस होते सबके आगे […]
जमीनी कार्यकर्ता से केन्द्रीय राज्यमंत्री बने अनिल माधव दवे की मृत्यु के सदमे की खबर में शानदार अभिनेत्री रीमा लागू के आकस्मिक निधन की खबर पर चर्चा थोड़ी कम हो पाई। लिहाजा इसे शब्दांजली ही समझें। अपनी माँ के अलावा रूपहले पर्दे की जिन मांओं को देखकर हमारी पीढ़ी बड़ी […]
जब सोलह की रही होऊंगी, आईना बड़े चाव से देखती थी.. मगर आज जब बरसों बाद, अनायास आईने में खुद को देखा नजरें ठिठकी और विस्मित हुई, क्या मैं ही थी या कोई और, कितनी बदली हुई रंगत। मुस्कान के कुछ सूखे, अवशेष चिपकाए हुए.. आँखों के कोरों पर सपनों […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।