युगों युगों से सहते आये नारी की व्यथा करुणा है, अबला नही अब सबला है ये दुर्गा लक्ष्मी वरुणा है। द्रौपदी आज बीच सभा चीत्कार रही, कितनी सारी निर्भया खून के आसूं बहा रही। चीर हरण अब रोज होता कृष्ण नही अब आते हैं, छोटे छीटे मासूम भी हवस की […]
tiwari
अपना मध्यप्रदेश निराला अपना मध्यप्रदेश, सभी प्रान्तों में है आला अपना मध्यप्रदेश। बसा सतपुड़ा बीच पचमढ़ी दर्शनीय स्थल, विन्ध्यवासिनी मातु नर्मदा बहे बन्धु! कलकल। लगे स्वयं में जैसे शिवाला अपना मध्यप्रदेश, सभी प्रान्तों में है आला अपना मध्यप्रदेश।। भीमबैठका वाली गुफाएँ देख हों सब हर्षित, खजुराहो के मन्दिर जग में […]