आओ मित्र हम हिंदी से प्यार कर लें। नगद न सही तो उधार कर लें॥ ज्यादा से ज्यादा कर लें। चलो हिंदी में नमस्कार कर लें॥ ज्यादा नहीं तो दो चार कर लें। आओ हिंदी से प्यार कर लें॥ आओ मिलकर हिंदी को अपनाएं। आओ हिंदी के हिंदी में गुण […]

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सूरज है आग का गोला, जलता है ,बनकर शोला। किरणों में है,पराबैंगनी, सबके लिए,घातक बनी॥ धन्यभाग,हम मानव का, जो कवच है इस धरा का। ओज़ोन परत वो कहलाए, घातक किरणें आ न पाए॥ आज छेद होने का है डर, भोग विलास का है असर। एसी,फ्रिज,उर्वरक से रिसे, क्लोरो-फ्लोरो कार्बन गैसें॥ […]

वो दूर क्षितिज पर सूरज निकल गया है, अपनी जगमग किरणों से उसने हमारी असंख्य, आशाओं को रौशन कर दिया है, कल शाम की सुप्त हुई आकांक्षाओं को जाग्रत कर दिया है, अब चलो… उठ जाते हैं अपनी उम्मीदों की गठरी को उमंग के कांधे पर लादकर घर से निकल […]

रात की खमोशी में चाँद मुझे चाँदनी में नहलाता रहा, मैं बस चकोरी-सी इक टक चाँद को निहारती रही। नयनन की भाषा निशब्द फिजाओं में तैरती रही, प्रेम का दरिया हम दोनों के दरमियां बहता रहा। नयनों की भाषा लख चाँद ने कोमल रश्मि पाश में मुझे बाँध मेरे अंतरतम […]

संस्कृत से आई है हिंदी, हिन्द की पहचान है हिंदी। जनमानस की भाषा है,सरलता है; हमारी `मातृभाषा` है,ममतामयी हैll क्या थी हिंदी? कहाँ से आई हिंदी?, बनकर रह गई हम सबकी जान। पहचान स्वाभिमान बनकर है, चारों ओर है एकता का बंधन हैll प्यार,एकता,शांति की अनूठी छाप है, `राष्ट्रभाषा` भारत के […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।