अहसास करा दूँ क्या उनको,
नानी याद दिला दूँ क्या उनको।
समंदर से मोती ढूंढकर दिखा दूँ
क्या उनको,
हार को जीत में बदलकर
दिखा दूँ क्या उनको।
प्यार में उनके एक और ताजमहल बनाकर दिखा दूँ क्या उनको,
कितना प्यार है उनसे,सीना चीर दिखा दूँ क्या उनको।
उनके वगैर जीना क्या होता है,
जीकर दिखा दूँ क्या उनको।
कैसे करवट वदल-वदल कटती रात, दिखा दूँ क्या उनको।
चाँद करीब ही रहता है मेरे,
ये बात किसी ने बताई उन्हें या..
पूरा चाँद ही दिखा दूँ उनको।
#पिंकू राजपूत
परिचय : मध्यप्रदेश के ग्राम बाजनिया (टिमरनी,जिला हरदा) निवासी पिंकू राजपूत शौक से रचनाकार हैं। इनकी रचनाओं में रिश्तों का चित्रण अधिक नज़र आता है।