हिसार |
नवोदित लेखकों को मंच प्रदान कराने के उद्देश्य से पिछले इक्कीस साल से चलाए जा रहे मासिक काव्य गोष्ठी कार्यक्रम के अन्तर्गत नगर की प्रमुख साहित्यिक एवं सामाजिक संस्था प्रेरणा परिवार की जुलाई माह की मासिक काव्य गोष्ठी स्थानीय टाऊन पार्क में संस्था निदेशक शुभकरण गौड़ की अध्यक्षता में आयोजित की गई। मन्च संचालन जयभगवान लाडवाल ने किया ।
गुरु पूर्णिमा के अवसर पर आयोजित गोष्ठी में सेवानिवृत्त प्रिंसिपल डाॅ बलराज शर्मा, गोपाल कृष्ण प्रिंसिपल मोठ,मास्टर जयभगवान यादव व ओ पी जिन्दल माडर्न स्कूल में शिक्षक नवकांत को सम्मानित किया गया।
जयभगवान लाडवाल ने अपनी रचना ऐसे सुनाई।
प्यारा म्हारा देश है भीड़ पड़ी में देने साथ, कोरोना के टाइम उठे तो कर देते हाथ,जोड़ देते हाथ कहर कुदरत ने ढाया रुका पढ़ते ही सारा देश एक है पाया।
मास्टर जयभगवान यादव ने अपनी रचना सुनाई
हे! भगवान अपने निकाल बड़े बड़ों का गुमान दिया।
जो विज्ञान को ही सब कुछ मानते थे बता उन्हें भगवान दिया।।
संस्था निदेशक शुभकरण गौड़ के भाव
ऐसे थे
यूं तो मेरे शहर का मौसम रहता है खुशनुमा।
बस पड़ोसी शहर की आबो-हवा ही ख़राब है।।
वीरेंद्र कौशल की रचना कुछ ऐसी थी
पति ने पत्नी से प्यार का इजहार किया, कितने वर्ष से दिल की गहराइयों से प्यार किया, ला तेरी नाजुक सी उंगलियां सहला दूं,शायद थक गई होगी मुझे नचाते-नचातेजाते।
ओ पी जे एम एस के कला शिक्षक की रचना ऐसे थी,
मैं कहूं कैसे तुमसे की जहर भेजता हूं अवसाद मारने की दवा हर शहर बेचता हूं।।
इस अवसर पर बोलते हुए डॉ बलराज शर्मा ने कहा कि प्रेरणा परिवार जो यह कार्य कर रहा है,यह बहुत ही सराहनीय कार्य है , और समाज को मार्गदर्शन करने वाली रचनाएं पढ़कर नवोदित रचनाकार आगे बढ़ रहे हैं। मैं अपनी शुभकामनाएं प्रेरणा परिवार के प्रत्येक सदस्य को अपनी ओर से प्रेषित करता हूं। आज मेरे शिष्य द्वारा मुझे गुरु पर्व पर सम्मान देने के लिए मैं मेरे शिष्यों का धन्यवाद करता हूं
इस अवसर पर डां सुरेन्द्र कुमार खुन्डिया, अंशुल गौड़,सतपाल राजेंद्र, अमित कुमार, दीपक जांगड़ा ने भी अपनी कविता सुनाई।