प्यार कोई
करता नहीं,
आँख लड़
जाती है।
किसी दीवाने से
आँखों ही आँखों,
में दिल की बात
हो जाती है।
अचानक आँखें
मिलने से ये,
क्या हो जाता है
होश-हवास क्यों,
खो जाता है।
मन में मिलने की
आस बढ़ जाती है,
दिल को क्या हो
जाता है।
प्यास बढ़ जाती है
होश न हवास,
उदासी छा जाती है।
बिछड़ने का बस
मीठा दर्द होता है,
उनसे मिलने की
आस होती है।
बस मीठी आस
ही तो होती है,
जो आँखों के रास्ते,
दिल में उतर जाती है।
#पिंकू राजपूत
परिचय : मध्यप्रदेश के ग्राम बाजनिया (टिमरनी,जिला हरदा) निवासी पिंकू राजपूत शौक से रचनाकार हैं। इनकी रचनाओं में रिश्तों का चित्रण अधिक नज़र आता है।