चलो, एक काम करने चलें,
मतदान करने सब चलें।।
संवैधानिक अधिकारों का,
उपयोग करने हम चलें,
अपने देश की खातिर,
कुछ तो फ़र्ज़ अदा करें।।
लालच और बदनीयत का,
दामन छोड़ हम चलें,
देश को सुरक्षित हाथों में,
सौंपने को हम चलें।।
देश के हर नागरिक को,
जागृत करने हम चलें,
अपने संविधान की,
रक्षा करने को चलें।।
ईर्ष्या और बहकावे की,
राजनीति छोड़ चलें,
मतदान अधिकार है अपना,
इस बात को याद रखें।।
लोकतंत्र के महापर्व का,
जश्न मनाने हम चलें,
देश की तरक्की की खातिर,
मतदान करने हम चलें।।
चलो, एक काम करने चलें,
मतदान करने सब चलें।।
#साधना छिरोल्या
दमोह(म.प्र.)