धड़कनो को चलाने के लिए
रक्त शरीर में होना चाहिए।
रक्त की बूंदों से ही
इंसान जीवित रहता है।
इसलिए तो रक्त का शरीर में
होना अति आवश्यक है।
यह मानव शरीर में स्वयं ही
खाने पीने आदि से बनता है।।
करो रक्त का दान तुम औरों
को जीवन देने के लिए।
जितना रक्त तुम दोगे
उतना फिरसे बन जायेगा।
पर दिया गया रक्त तुम्हारा
किसी को जीवन दे जायेगा।
और इससे बड़ा दान दुनियाँ में
और कुछ हो सकता नहीं।।
इंसान ही इंसान के काम
विपतियो में काम आता है।
और मरते हुये अंजान इंसानको
आपके द्वारा दिया रक्त बचाता है।
और उसके घर परिवार को
फिरसे जीने का मौका देता है।
और यह नेक काम सिर्फ इंसान
अपने मानव जीवन में कर सकता है।।
इसलिए करे रक्त का दान खुदके
और दुसरो को जिंदगी देने के लिए।।
जय जिनेंद्र देव
संजय जैन ” बीना” मुंबई