कड़वा सच

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तू भी नश्वर , मैं भी नश्वर,
नश्वर है ये दुनियां सारी।
घमंड करे तू किस पर प्यारे,
ये सांसे भी है प्रभु की उधारी।
आए हैं हम प्रभु की कृपा से,
प्रभु के पास ही जाना है।
किसी को आगे ,किसी को पीछे,
बस आना और जाना है।
कुछ भी नहीं है अमर जहां में,
सब मिट्टी में मिल जाना है।
अमीर गरीब का भेद नहीं कुछ,
सबको ही राख हो जाना है।
मत इतरा तू जवानी पे अपनी,
बुढ़ापा तो सबको ही आना है।
धन दौलत कुछ काम ना आए,
क्या चांदी क्या सोना है।
जो आया है जाएगा वो,
फिर किस बात का रोना है।
खाली हाथ ही आए थे तो,
साथ में क्या ले जाना है।
कर ले अच्छे कर्म तू यारा,
यदि नाम अमर कर जाना है।
चोरी ,लालच से कर ले किनारा,
यदि तुझको मुस्काना है।
प्रभु का हाथ है सिर पर तेरे,
फिर किससे डर जाना है।
सुख दुःख हैं सिक्के के पहलू,
फिर क्यों कष्टों से घबराना है।
ये दौलत शौहरत काम ना आए,
सब कुछ यहीं रह जाना है।
हाथी घोड़े कुछ ना मिलेंगे,
सबको पैदल ही जाना है।

रचना –
सपना
जनपद औरैया

matruadmin

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गाँधी जी की राय

Wed Sep 30 , 2020
नीरज त्यागी राज ग़ाज़ियाबाद ( उत्तर प्रदेश ). Post Views: 398

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संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।