यू ही नहीं तिरंगा फहराता है
हर एक वीर जवान की सांसों
से प्यारा झंडा लहराता है।
हर एक देश प्रेमी
की आत्मा ने थामा है ये तिरंगा प्यारा।
सदा अमर रहेगा भारत वर्ष हमारा
कितनो ने सीने पर गोली खाई है
कितने वीर इन्कलाब की बोली के
साथ फांसी झूले थे।
रानी लक्ष्मीबाई तात्या टोपे
भगत सिंह आजाद ने कसम खाई
आजादी तो मिल कर रहेगी चाहे
जान कुर्बान क्यों ना हो जाए,
कुछ लोगों ने राजनीति के लिए
इस राष्ट्र का बनदरबांट कर दिया
मेरे देश के तीन भाग किए
एक को धर्म का देश
तो दूजे को धर्मशाल किया
जो कहकर अपना छाती पर
चढ़ आए थे।
उनको ठिकाने लगाने के लिए
भारत मां के लाल आए थे।
कारगिल में जो शहीद
वो वीर बड़े मतवाले थे
एक फौजी दस दस से लडने
वाले वो वीर बड़े निराले थे।
देश हित में शहीद हुए जवानों
को मेरा कोटि कोटि प्रणाम
अनिल कुमार