की अपना देश है महान।
जिसमें रहते सर्वधर्म इंसान।
विश्व में अलग ही है पहचान।
जिसे लोग कहते हिंदुस्तान।
ये देश है बहुत महान।।
जो नारी की लाज लूटते है।
नहीं उनको देते है सम्मान।
चाहे वो मुल्ला हो या महाराज।
नहीं है देश में इनका स्थान।
ये हिंदुस्तान छोड़ दे।।
जो रखते दिल में राम,
और रखते है इस्लाम।
और भड़कते है लोगो को।
और करते शांति यहां की भंग।
ऐसे लोगो के लिए भी,
नहीं है कोई स्थान।
ये सब है देश के गद्दार,
इन्हें करो देश से तुम बाहर।
ये हिंदुस्तान छोड़ दे।।
जो अपनी संस्कृति को जानेंगे।
उसे के अनुसार चलेंगे।
तभी बना पाएंगे फिर से,
इसे हम सोने की चिड़िया।
तभी फिर कह पाएंगे हम,
मेरा देश है बहुत महान।।
जिसे नही है इससे प्यार
वो हिंदुस्तान छोड़ दे ।
वो ये देश छोड़ दे।।
जय जिनेन्द्र देव की
संजय जैन (मुम्बई)