तेरी मेरी बात होगी
यादों की बारात होगी
झूमें गाएं साथ सबके
अब नबी की नात होगी
यूँ महक उठेगा तन मन
जब मिलन की बात होगी
मौज़ में है आज वो भी
दाल -रोटी -भात होगी
देखें जब भी हम पिया को
वो सुहानी रात होगी
हाथ सर पे पीर का है
कैसे मेरी मात होगी
थाम लोगे जब कलम को
तुममें भी कुछ बात होगी
-आकिब जावेद
#आकिब जावेद
परिचय :
नाम-. मो.आकिब जावेदसाहित्यिक उपनाम-आकिबवर्तमान पता-बाँदा उत्तर प्रदेशराज्य-उत्तर प्रदेशशहर-बाँदाशिक्षा-BCA,MA,BTCकार्यक्षेत्र-शिक्षक,सामाजिक कार्यकर्ता,ब्लॉगर,कवि,लेखकविधा -कविता,श्रंगार रस,मुक्तक,ग़ज़ल,हाइकु, लघु कहानीलेखन का उद्देश्य-समाज में अपनी बात को रचनाओं के माध्यम से रखना