फहले देश के रावणों को मारो,फिर मुझ पर बाण चलाओ

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अबकी बार रावण दशहरे पर आया
राम पर गरजा और ऐसे चिल्लाया
पहले अपने देश को ठीक कर आओ
फिर मुझ पर आकर बाण चलाओ

कुम्भकर्ण को यूही बदनाम करते हो
छ:महीने सोने का आरोप लगाते हो
तुम्हारे नेता तो पांच साल सोते है
जब चुनाव होते तो जाग कर आते है
अपने इन नेताओ को तो जगाओ
फिर मुझ पर आकर बाण चलाओ

मैंने कभी नहीं अपना रूप छिपाया
जैसा था, वही उसी रूप में आया
तुम्हारे देश में संत बने है दुराचारी
योंन शोषण करते है ये अत्याचारी
पहले इन संतो को रास्ते पर लाओ
फिर मुझ पर आकर बाण चलाओ

तुम्हारे देश में केकयी के कारण
दशरथ को ही मरना पड़ता है
कम दहेज लाने के ही कारण
कौशल्या को आत्म दाह करना पड़ता है
पहले इन दहेज भक्षी को मार कर आओ
फिर मुझ पर आकर बाण चलाओ

तुम्हारे देश में विभीषण के कारण
अन्धो को रेवाड़ी बाटी जा रही है
देश में मोर्डेन सूफनखा की जगह
सीता की नाक काटी जा रही है
पहले देश की नारी को बचाओ
फिर मुझ पर आकर बाण चलाओ

तुम्हारे देश में मी टू का शोर मचा है
उसमे एक्टर डायरेक्टर नेता फसा है
ये नारियो के साथ करते छेड़ा छाडी
रेप हत्या में रहे ये सबसे अगाडी
पहले इन सब को बंद कर कर आओ
फिर मुझ पर आकर बाण चलाओ

#आर के रस्तोगी

matruadmin

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।