प्यारी बहना

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kalpana kubsurat khayal
कुछ रिश्ते होते है खास से,
फूलों जैसे नर्म नाजुक अहसास से।
उन्ही में से है एक तेरा मेरा,
तू बहन है मेरी मैं भाई हूँ तेरा।
जीवन के हर मोड़ पर मैं तेरा साथ दूंगा,
कभी नही तेरा विश्वास तोडूंगा।
कभी नाराज ना होना मुझसे,
मेरी गलतियों को माफ करना हो सके तो रोज लड़ना।
मेरी प्यारी बहना तुम कभी मुझे भूल मत जाना,
मुझे भुले से भी ना सताना।
ये काम सिर्फ मेरा है तुमको चिढ़ाना,
खुद पीछे रहकर तुमको आगे बढ़ाना।
बस मेरी इतनी सी गुजारिश है,
अगले जन्म में मेरी बेटी बनकर आना।
नाम- कल्पना
साहित्यिक उपनाम- ‘खूबसूरत ख़याल’
वर्तमान पता- कल्पना नजदीक रिलायंस टावर मोहल्ला जोतपुर,पुरवा,उन्नाव (उत्तर प्रदेश)
राज्य- उत्तर/प्रदेश
शहर-उन्नाव 
शिक्षा- स्नातक कर रहे 
कार्यक्षेत्र- कोई नही 
विधा – कविता, गीत, ग़ज़ल, बाल कवितायेँ , हायकू , कहानियाँ, लघुकथाएं, शायरी, लेख आदि।
प्रकाशन- स्थानीय पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशित
सम्मान-विश्व हिंदी लेखिका मंच द्वारा नारी शक्ति सागर सम्मान, सहित्य संगम संस्थान द्वारा साहित्य कदम्ब, आंचलिक अन्य शिवेतरक्षिति मंच    और ट्रेंडमेकर ग्रुप द्वारा कई सम्मानों से सम्मानित किया गया। 
अन्य उपलब्धियाँ- “वाजरा वर्ल्ड रिकार्ड्स होल्डर” फ़ॉर मेपल्स
लेखन का उद्देश्य- लिखना मेरा बचपन का शौक है इसे मैं धार देने का प्रयास कर रही हूँ और साथ ही हिंदी का विकास और विश्व पटल पर मान बढ़ाना।
 

matruadmin

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।