उस दिन शायद पूरा भूमंडल रोया होगा,
जब धरती माँ ने अपने लालों को खोया होगा।
शायद उस दिन भारत माँ ने भी आजादी से इंकार किया होगा,
जब बलिदान उसने अपने तीन शेरों को किया होगा।
उस दिन फिर भोले ने तांडव किया होगा,
जब इनकी फांसी का दिन सुनिश्चित हुआ होगा।
जब पहुँचे होंगे ये शायद देवलोक में तो,
इनकी खातिर देवों ने अपना स्थान तक त्याग दिया होगा।
जब हर हिन्दू के अंदर आपने खुद को देखा होगा,
यकी है आपका फिर आने का मन तो एक बार किया होगा।
नमन करता है ‘नवीन’ आपको हजारों बार,
धन्य होगी वो माँ भी,जिसने जन्म आपको दिया होगा।।
#एड. नवीन बिलैया
शहीदों को नमन
Bahut hi shandar jandar jabarsat