इन्दौर। शहर इन्दौर उत्सवधर्मी शहर है, जिसमें देश का पहला सोशियो-कल्चर फेस्टिवल लिट् चौक इस वर्ष भी दिसंबर माह में होने जा रहा है। प्रजातन्त्र व मृत्युंजय भारत ट्रस्ट द्वारा आयोजित लिट् चौक में प्रस्तुति के लिए रविवार को डेस्टिनी कैफ़े, प्रेस कॉम्प्लेक्स में ऑडिशन चौक का आयोजन दोपहर 1 […]

इंदौर। ‘अपणो मालवो ‘के सचिव अभिमन्यु शर्मा ने प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि साहित्यकार प्रो. (डॉ.) योगेन्द्र नाथ शुक्ल की लघुकथाओं की सातवीं अनूदित कृति “मालवी-हिंदी लघु कथाएं” जिसका अनुवाद मालवी बोली पर समर्पित हेमलता शर्मा ‘भोली बेन’ ने किया है, उसका लोकार्पण दिनांक 19 नवंबर 2022, शनिवार, को हिंदी […]

ब्रह्माकुमारी में मीडिया परिसंवाद आयोजित इंदौर। मूल्यनिष्ठ मीडिया वहीं है जो लोगों को शांति और संतुष्टता देता है। जो सूचनायें बेचैनी देती है और शांति छिनने की कोशिष करती है, वे मूल्य नहीं है। राष्ट्र निर्माण में मीडिया की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका है इसलिये संचार माध्यमों को बहुत सजग और […]

लघुकथा पर गंभीर विमर्श के साथ लघुकथाकार होंगे सम्मानित दिल्ली। हिन्दी साहित्य की महनीय विधा है लघुकथा और इस विधा पर विमर्श स्थापित करने के उद्देश्य से मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा रविवार को राजधानी दिल्ली के आईटीओ रोड स्थित हिन्दी भवन में सायं 4 बजे से लघुकथा मन्थन आयोजित किया […]

हिन्दी भाषा की सेवा के लिए मातृभाषा उन्नयन संस्थान भाषा सारथी सम्मान से करता है सम्मानित लखनऊ। हिन्दी भाषा के विस्तार के लिए कार्य करने व सारथी समान हिन्दी की सेवा करने वाले हिन्दी प्रेमियों को हिन्दी को राष्ट्रभाषा बनाने के लिए प्रतिबद्धता से कार्यरत संस्थान ’मातृभाषा उन्नयन संस्थान’ द्वारा […]

बिसौली। वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. निहाल चन्द्र शिवहरे को उत्तर प्रदेश के बदायूं जिलांतर्गत बिसौली में केबी हिन्दी सेवा न्यास के अष्टम अंतर्राष्ट्रीय साहित्यकार सम्मान समारोह में उनकी कृति “मेरी इक्यावन लघुकथाएँ ” के लिए प्रेमचंद स्मृति सम्मान “एवं उक्त कार्यक्रम में ही डा.मिथिलेश दीक्षित साहित्य -संस्कृति सेवा न्यास के प्रमुख […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।