माँ असीमित है, माँ अविरल है, माँ अद्वितीय है, माँ निश्छल है, माँ खुदा है,माँ ईश्वर है, माँ दुआ है ,माँ परमेश्वर है। माँ धरा है,माँ आसमान हैं, माँ जहान है,माँ महान है माँ मन्नत है!माँ जन्नत है, माँ सुकून है, माँ शांति है, माँ शीतल है, माँ धैेर्य है, […]
काव्यभाषा
काव्यभाषा
(वज़्न- 221,1222, 221,1222, अरकान-मफ़ऊल, मफ़ाईलुन,मफ़ऊल, मफ़ाईलुन रदीफ़-नहीं होता क़ाफ़िये-इज़हार, दिलदार,इक़रार,परिवार, सरदार,एतबार,इनकार, सरकार) ________::: क्यों प्यार वफ़ा का अब इज़हार नहीं होता, अब यार बहुत हैं पर दिलदार नहीं होता। ये दौर अजब-सा है, आया है समझ में कम, इक दूजे से मिलते हैं, इक़रार नहीं होता। खो जाते खुदी में […]