नमन तुझे है नीरज, नमन तेरी लगन को। चूम लिया आज तूने, ऊँचे उस गगन को। देखा था तूने सपना जो, वो पूरा कर दिखाया। सारे जग में अपना तूने, परचम आज लहराया। दिला के सोना देश को, इतिहास रच दिया। माँ भारती के लाल तूने, कमाल कर दिया। गदगद […]
हीरोशिमा नगरी में एक दिन, हुआ तेज धमाका था। सुन आवाज धमाके की, कलेजा मानव का कांपा था। देख तबाही का मंजर, मानवता घबराई थी। ना जाने किस करनी की, निर्दोषों ने सजा पाई थी। चिथड़े चिथड़े हुए नर नारी, बच्चों की लाशों की ढेरी थी। घर बंगले सब खाक […]
भैया आवजो रे म्हारा रावला में , रावला में हो म्हारा रावला में , दादा आवजो रे म्हारा रावला में | म्हारा रावला में स्वागत तमारो , तक तक जोवा तमारी बाट , मगरे चढ़ी के जोवा रस्तो।, सूना लागे बजार और हाट , काकड़ पे जाई के गावे , […]
सत्ता की सजी हुई बिसात और शतरंज की जमी हुईं मोहरें, दोनों ही रंग राजनीति के वर्चस्व को स्थापित करते हैं। सरयू के पानी की तासीर और राजनीति का केन्द्रीय क़द भारत भारत के वर्तमान और भविष्य को तय करते हैं। आम चुनाव के बाद जब उत्तर प्रदेश के चुनाव […]
सराहनीय है पहल : पर कैसे होगी सफल ? जर्मनी, रूस, फ्रांस, जापान और चीन सहित दुनिया के दर्जनों देशों में पूरी शिक्षा ही स्थानीय भाषाओं में दी जाती है। हाल ही में देश में आई नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में भी स्थानीय भारतीय भाषाओं में पढ़ाई पर जोर दिया […]
एक छोटे से शब्द गाली से घृणा होती है मुझे, जब दो व्यक्तियों के बीच झगड़ा होता है या किसी व्यक्ति को जब किसी दूसरे व्यक्ति पर क्रोध आता है तो वह गालियाँ देकर अपना क्रोध शांत करता है,मैंने सभ्य और संस्कारी पुरूषों को भी माँ बहिनों पर गंदी गालियां […]
आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है।
आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं।
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया।
इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं।
हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।