हे ! ईश मुझको तू बुला ले। अंक में अपने सुला ले॥ क्यों तमस का नित गर्त देखा। सच हुई कब हस्त – रेखा? झूठ कब तक है मुस्कराना? क्यों भ्रमित जीवन बिताना? तोड़कर भव – सम्बन्ध सारे, चाह तेरे […]
बोल गए हो कैसी भाषा, जैसे निपट अनाड़ी जी। कौन देश भारत से अच्छा, जरा कहो अंसारी जी। हिन्दू-मुसलमान,सिक्ख-ईसाई, भाई-भाई नारा है। एक-दूजे के धर्म-कर्म में, रहता नेह हमारा है। विश्व को भी परिवार समझते, मारो नहीं कुल्हाड़ी जी। कौन देश भारत से अच्छा, जरा कहो अंसारी से। रोजा रखते […]
शहीदों की शहादत को सलाम करते हैं, जिस्मों-जान वतन के नाम करते हैं। नमन है ऐसे वीर जवानों को ,वतन की खातिर जो जान भी कुर्बान करते हैं। उनके दम से ख़ुशी हमने पाई है, तिरंगा लहराते हम वतन की शान करते हैं। याद आती है कुर्बानियां,निछावर हम भी दिलो-जान […]
एक छोटी समस्या कैसे विकराल रूप ले लेती है,और उसके हल के लिए शासकीय तंत्र कैसे अपनी भूमिका से पीठ दिखाता है,यही दिखाया गया है ‘टॉयलेट:एक प्रेम कथा’ फिल्म में। कहानी यह है कि,36 वर्षीय केशु (अक्षय कुमार) की शादी नहीं हो पाई है। तब रूढ़िवादी परम्परा और अंधविश्वास के चलते […]
जिंदगी की हकीकत कैसी एक पहेली है, साथ सब हो फिर भी कुछ अधूरी है। कोई जो किसी की खातिर सब छोड़ आता है, दूसरा सब होते हुए कुछ और पा जाता है। सिर्फ एक विश्वास का अहसास उन्हें जोड़ता है, साथ-साथ चलकर बहुत दूर को मोड़ता है। एक अथाह […]
शिक्षा की भाषा,दैनंदिन कार्यों में प्रयोग की भाषा,सरकारी काम-काज की भाषा के रूप में हिन्दी को उसका जायज गौरव दिलाने के लिए अनेक प्रबुद्ध,हिन्दीसेवी और हितैषी चिंतित हैं और कई तरह के प्रयास कर रहे हैं,जनमत तैयार कर रहे हैं। समकालीन साहित्य की युग-चेतना पर नजर दौड़ाएं तो यही दिखता […]
आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है।
आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं।
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया।
इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं।
हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।