इन्दौर। राही रैंकिंग 2021 जयपुर से प्रसारित वर्तमान में हिंदी के शीर्ष 100 सहित्यकारों की सूची में प्रथम पायदान पर हिन्दी की प्रसिद्ध कहानीकार चित्रा मुद्गल सहित इंदौर के शरद पगारे व सतीश राठी को क्रमश: 36वें व 98वें नम्बर पर रखा गया है। इस सूची को जयपुर के ख़यात […]

राही रैंकिंग 2021 द्वारा विश्व के श्रेष्ठ साहित्यकारों की सूची जारी इन्दौर। राही रैंकिंग 2021 जयपुर से प्रसारित वर्तमान में हिंदी के शीर्ष 100 साहित्यकारों की सूची में प्रथम पायदान पर हिन्दी की प्रसिद्ध कहानीकार चित्रा मुद्गल सहित इंदौर के श्री शरद पगारे व श्री सतीश राठी को क्रमश: 36वें […]

बढ़ेगी जब जनसंख्या, अच्छे दिन कैसे आयेंगे। होगे जब दस दस बच्चे,फिर बुरे दिन तो आयेंगे।। बढ़ रही जनसंख्या कैसे नियंत्रण कर पाओगे। हुआ न नियंत्रण,देश का विकास न कर पाओगे।। पड़ी है बेड़ियां जनसंख्या की भारत मां के पैरो में। चलता रहा देश ऐसा,रोड़ी चुभेगी मां के पैरो मे।। […]

आज के इस डिजिटल युग में जहां हर काम डिजिटल होता जा रहा है , तो शिक्षा का क्षेत्र इससे कैसे अछूता रहता । वैसे भी हमारी शिक्षा व्यवस्था में हाल के वर्षों में काफी बदलाव हुआ है । एक समय था जब हम ऑफलाइन शिक्षा पर आश्रित थे । […]

रेल चली भई रेल चली अपनी प्यारी रेल चली इंजन सीटी जब देता है लगे ख़ुशी की ठेल चली रेल चली भई रेल चली.. कोई नानी के घर जा रहा किसी को चाचू बुला रहा करके ये, धक्कम पेल चली रेल चली भई रेल चली.. खेतों के बीच पहाड़ों से […]

तुम हो आशा हमारी, जीने का सहारा तुम हो। भवसागर में फंसे हम, जिसका किनारा तुम हो। तुझसे है धरा पर जीवन, तुझसे ही साँसे हमारी। तुझसे हर सुबह हमारी, तुझसे ही रैन हमारी। रखना ख्याल सबका, बस इतनी सी कृपा हो। भवसागर में फंसे हम, जिसका किनारा तुम हो […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।