मप्र सहित पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के शंखनाद के पहले ढाई महिनों के राजनीतिक घटनाक्रमों की समीक्षा में भाजपा के वयोवृद्ध नेता लालकृष्ण आडवाणी के इस कथन की पुष्टि होने लगी है कि आपातकाल को पोषित करने वाली प्रवृत्तियां खत्म नहीं हुई हैं, बल्कि ज्यादा शिदद्त के साथ सक्रिय […]

सिर्फ भाजपा के जन्मांक 6 अप्रैल 1980 से शुरू करें तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की राजनीतिक भक्ति-धारा में पिछले 38 सालों में सबसे ज्यादा राज-भक्त ही जुड़े हैं। मोदी की भक्ति धारा के नए नक्षत्रों में अब समाजवादी नेता अमरसिंह भी शरीक हो गए हैं। प्रधानमंत्री के भक्त-शिरोमणियों का राजनीतिक […]

   जाने माने टेक्नोक्रेट सैम पित्रोदा ने आगाह किया है कि समाज के सामने सबसे बड़ी चुनौती देश के सर्वोत्तम मस्तिष्कों को सामाजिक सरोकारों से जोड़ने की है। रविवार 15 जुलाई, 2018 को कर्णावती विश्वविद्यालय की यूथ-पार्लियामेंट में युवाओं को संबोधित करत हुए सैम पित्रोदा ने कहा कि ‘दुनिया के […]

    कांग्रेस और भाजपा नेताओं के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री आनंद शर्मा के इस बयान पर तलवारें खिंच गई हैं कि ‘कांग्रेस के बारे में प्रधानमंत्री मोदी जिस प्रकार के अनर्गल आरोप लगा रहे हैं, वह उनकी बीमार मानसिकता प्रतीक है’। केन्द्रीय कानून मंत्री […]

    राजनीति और समाज की बौध्दिक इकाइयों में मोदी-सरकार पर कांग्रेस सांसद शशि थरूर के इस राजनीतिक आरोप पर व्यापक बहस होनी चाहिए कि 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा की जीत भारत को हिन्दू-पाकिस्तान बनने की दिशा में उत्प्रेरित कर सकती है। सत्तर सालों से भारत में ‘पाकिस्तान’ […]

    भारत के सबसे बड़े व्यावसायिक साम्राज्य रिलायंस इंडस्ट्री के मालिक मुकेश अंबानी भले ही दुनिया के चंद सबसे बड़े धनकुबेरों में शुमार हों, लेकिन सोशल क्रेडिबिलिटी अथवा सामाजिक-विश्वसनीयता के कुल जमा खजाने के मामले में वो रतन टाटा अथवा अजीम प्रेमजी जैसे उनसे उन्नीसे उद्योगपतियों से पीछे हैं। […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।