भिवानी | गुगनराम एजुकेशनल एण्ड सोशल वैलफेयर सोसायटी – हरियाणा, बोहल शोध मञ्जूषा (अन्तर्राष्ट्रीय शोध पत्रिका) व टांटिया विश्वविद्यालय – श्रीगंगानगर (राजस्थान) ने संयुक्त बैनर तले आर्यसमाज मंदिर सभागार – घंटाघर, भिवानी में एक अन्तर्राष्ट्रीय सम्मान समारोह का आयोजन किया | जिसमें जनपद आगरा निवासी मुकेश कुमार ऋषि वर्मा को […]

युवा लेखक संजीव कुमार गंगवार एक गम्भीर व जागरूक चिन्तक हैं। इन्होने गुजरात भूकंप त्रासदी पर ” आपरेशन गुजरात ” व प्रेरणादायक ( motivational )  पुस्तकें ” आपकी सफलता आपके हाथ ” , ” विजेता बनने के लिए ” व ” जीत निश्चित है ” जैसी पुस्तकें छोटी सी उम्र […]

पल-पल बीत रहा हर पल, धीरे-धीरे मौत आ रही पास | रह न जाये कोई अधूरी आस? बात कर, बंद मत कर बात, बुझ न सकेगी दिल की प्यास | जो बीती रात, फिर न आये रास || बुझा-बुझा सा मन और ये तन, हो रहा तू अब धीरे-धीरे उदास […]

सच पूछो तो भगत सिंह तेरे अरमानों का खून हुआ है तेरे बलिदान को अनदेखा किया है तेरे खून के कतरा-कतरा को नीलाम किया है | आजाद हिंदुस्तान के नेताजी ने आजादी को खूब भुनाया स्विस बैंक में खाता खुलवाया फिर उसको भरने के वास्ते घोटालों का रिकार्ड बनाया | […]

बस ऐसे ही एक साहित्यिक पत्रिका के पृष्ठ उलट-पलट रहा था कि तभी एक लघुलेख पर नजर पड़ी | जो गधा महाशय के वर्णन में लिखा गया था | लेख में मुंशी प्रेमचंद की किसी रचना का कुछ हिस्सा साभार लिया गया था | लेख पढ़कर मेरी पुरानी स्मृतियां ताजा […]

फूलों सी, कलियों सी कोमल बेटियाँ, माँ का प्यार, पिता की इज्ज़त बेटियाँ | कुल की शान, अभिमान की पगड़ी बेटियाँ, घर-परिवार की आन, मान, शान,जान बेटियाँ | सीता, सावित्री, दुर्गा सी होती वीरांगना बेटियाँ, आज जीत कर ला रहीं पदक, भारत की बेटियाँ | सादगी से बड़ी नहीं कोई […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।