रोज – रोज तेल के भाव चढ़ रहे। सियासत में तूफान भी मच रहे।। विपक्ष के नेता हाहाकार कर रहे। जनता के प्रदर्शन रोज ही हो रहे।। आने वाले अब अगले  चुनाव पास है। तेल जैसे मुद्दे भी बने आज खास है।। सत्ताधारी व विपक्ष दोनों ही  हैरान है। जनता […]

संदर्भ:- 15 अगस्त    भारत को ब्रिटिश सरकार से छुटकारा दिलाने के लिए कई क्रांतिकारियों ने अपने प्राण न्योछावर कर दिए तब जाकर हमारा देश आजाद हुआ। 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में तांत्या तोपे, झांसी की रानी लक्ष्मी बाई ने अपने प्राणों की बाज़ी लगा दी थी। आज़ादी की […]

सीमा पर प्रहरी बनकर। भारत माँ की रक्षा करते।। शीत ताप वर्षा भी सहते। मातृभूमि का मान बढ़ाते।। वर्दी में तैनात सदा रहकर। माँ भारती की लाज बचाते।। तिरंगा मन में ये बसाकर। सीना ताने आगे बढ़ जाते।। दुश्मन के खट्टे दाँत करते। पीठ कभी न ये दिखाते।। कदम बढ़ाते […]

   – राजेश कुमार शर्मा”पुरोहित”        कवि,साहित्यकार  आओ विजन दो हज़ार बीस की ओर चलें। सबको विजन 2020 क्यों पूरा करना चाहिए इसका सीधा उत्तर है हम दो हज़ार बीस तक हमारे देश को विकासशील से विकसित बनाएंगे। जो विजन हमें कलाम साहब ने दिया उसे पूरा करना […]

मोटी मोटी फीस मोटे मोटे बस्ते गले में है टाई कमर में बेल्ट हाथ में बोतल पीठ पर बस्ता ले टिपिन चलें आओ स्कूल चलें बस में भीड़ भाड़ धक्का मुक्की होती बार बार हर जगह कतार पहले आओ पहले पाओ फीस लेकर चलें चलो स्कूल चलें गुरुजी की डांट […]

पतली दुबली सी टेढ़ी मेढ़ी नागिन सी बल खाती गांव की पगडण्डी चिकनी मिट्टी काली पैर फिसलते मेरे कभी दायां कभी बायां रिमझिम रिमझिम मेहा खूब बरसे पाठशाला का था प्रथम दिवस मन में नव उल्लास नव उमंग नव जिज्ञासा नव आशा हिलोरें ले रही मन ही मन कैसी होगी […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।