डॉ. के एल जैन की पुस्तक ‘जीवन के मूल मंत्र’ का विमोचन सम्पन्न

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जबलपुर। मातृभाषा उन्नयन संस्थान म.प्र. जबलपुर इकाई के तत्त्वावधान में रविवार को डॉ. के एल जैन (पी.एचडी, डी.लिट्) पूर्व अतिरिक्त संचालक, उच्च शिक्षा मध्यप्रदेश की पुस्तक ‘जीवन के मूल मंत्र’ का लोकार्पण मुकेश फणीश मंत्री, जैन पंचायत सभा, सीए मनोज जैन, अध्यक्ष विंध्य महाकौशल रीजन दि.जैन सोशल ग्रुप फेडरेशन, कवि राकेश राकेंदु, डॉ. रंजना जैन प्रोफ़ेसर, वरिष्ठ साहित्यकार नरेश जैन जोगी, कवि अजय मिश्रा अजेय, कवि अरिहंत अमन और मातृभाषा उन्नयन संस्थान के प्रदेश अध्यक्ष अमित मौलिक द्वारा इको कृष्णा सिटी में संपन्न हुआ।
ज्ञातव्य हो कि डॉ. के एल जैन के मार्गदर्शन में 32 पीएचडी और अनेक शोधग्रंथ प्रकाशित हुए। रक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के पूर्व सलाहकार, अनेक सरकारी कमेटियों के अध्यक्ष, सदस्य, विभागों के प्रभारी रहे हैं और उन्होंने माँ हिंदी की सेवा में अपना सम्पूर्ण जीवन अर्पित किया है।
इस अवसर पर शहर के प्रतिष्ठित साहित्यकार और सुधिजन उपस्थित रहे। संचालन अमित मौलिक ने किया।

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मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।