पाकिस्तान की आतंकवादी लंका जला दो मोदी जी, कराची के  सीने  में  अब  बम  फुड़वा दो मोदी जी। कब तक खेल चलेगा खूनी  विक्रम और बेताल का, लाहौर  के  सीने  में   आग   लगवा   दो   मोदी जी। माँगे   उजड़ी  है   पत्नी की  राखी  सूनी हो […]

याद किया फिर सावन में, उस अलबेले साजन ने।  मंद पवन के झोंकों में,  इन काले-काले मेघों ने।  इन रिमझिम-रिमझिम बूँदों में,  इन खिलते-खिलते फूलों ने।  यह सुगंध तन श्रंगार भरी,  यह सजनी साजन द्वार खड़ी।  मौसम की यह अंगड़ाई,  देख सखी सावन आई।             […]

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तुम्ही तो हो ग़ज़ल मेरी,तुम्हीं मेरा तराना हो। तुम्हीं हो छंद की बरखा,तुम्हीं मौसम सुहाना हो॥ तुम्हारे ही लिए हमने,लिखी है प्यार की बातें। तुम्हीं मेरी मुहब्बत हो,तुम्हीं मेरा ठिकाना हो॥                                       […]

बदरा छाए सावन के, लाए संदेशा साजन के। बरसे रिमझिम-रिमझिम, छू रहे तेरे भींगे आँचल से। छाए बादल काले-काले, तेरे नयनों के काजल से। झूम उठा मस्त पवन संग, तेरी कोमल छुअन सिरहन से। दूर कहीं बिजुरी चमकी, तेरे अधरन की फड़कन-सी। अल्हड़ नीर भरी नदियाँ सब, तेरे मदमाते अल्हड़ […]

जालों को अँधेरे खा रहे, अंधेरों से फिर मात खा रहे। उठाए थे हाथ दुआओं में जिनकी ख़ातिर, , वही आज नासूर नज़र बन तड़पा रहे। जिंदा थे कल तलक जैसे तैसे, आज होश-ओ-हवास खोते जा रहे। मैं दर्द बयां करूँ तो करूँ किससे, जब अपने ही जख़्म देते जा […]

भर आए आँख आँसू,बलिदानी याद आए, ऐसी एक कविता सुनाना चाहता हूँ मैं॥ सुखदेव,राजगुरु और भगतसिंह  जी, कैसे  चढ़े फांसी,ये बताना चाहता हूँ मैं॥ रोज-रोज  लड़  रहे  हम  सब आपस में, ऐसे लोगों को अब जगाना चाहता हूँ मैं॥ देश  में  पनप  रही आतंकवादी बेल जो, उसे  ढूँढ जड़  से […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।