वाह रे सियासत सत्ता की छांव में सब कुछ संभव है सत्ता की हनक के नीचे बड़े-बड़े अधिकारी मूक-दर्शक मात्र बनकर रह जाते हैं। यह एक ऐसा सत्य है जोकि जग जाहिर है। समय-समय पर ऐसा सदैव ही देखा गया है। कभी वही प्रशासन बहुत ही तेज तर्रार रूप रेखा […]

वाह रे राजनीति! अब शब्द ही नहीं बचे कि जिससे उदाहरण दिया जाए। कुर्सी की चाहत में आज सब कुछ कुर्बान! सत्ता के समीकरण में उलझा हुआ देश पूरी तरह से त्रस्त है। अब बस एक ही कार्य रह गया है वह है समीकरण! यह सत्य है कि समीकरण के […]

हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा और कांग्रेस की कांटे की टक्कर के बीच दुष्यंत चौटाला की जननायक जनता पार्टी किंगमेकर बनकर उभरी है। हरियाणा विधानसभा चुनाव के परिणामों के मुताबिक दुष्यंत चौटाला की जननायक जनता पार्टी (जजपा) प्रदेश में किंगमेकर की भूमिका निभा सकती है। हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों […]

भारी सियासी उठापटक के बाद महाराष्ट्र एवं हरियाणा का मतदान समाप्त हो गया सभी पार्टियों ने अपने-अपने राजनीतिक समीकरणों को बखूबी बैठाया। अनेकों प्रकार के आरोप-प्रत्यारोप का भी खूब दौर चला। पक्ष एवं विपक्ष दोनों ओर से जनता को अपने पाले में करने हेतु अनेकों प्रकार की विधि का प्रयोग […]

वास्तव में भारत के दो पड़ोसी देश सदैव ही भारत के विरूद्ध साज़िश रचते रहते हैं, दोनों देशों ने मिलकर भारत को घेरने के लिए नई चाल चली है। जिससे कि भारत के विरूद्ध साज़िश रची जा सके। कच्छ सीमा पर हरामीनाला से करीब 10 किलोमीटर दूर स्थित 55 वर्ग […]

भारत के इतिहास में सोने के अक्षरों में अंकित एक ऐसा व्यक्ति जन्म लेता है जोकि बेहद गरीब परिवार में अपनी आँखें खोलता है जिसे दो जून की रोटी भी खाने को नसीब नहीं होती। इस विक्राल परिस्थिति में जन्मे हुए बच्चे ने संघर्ष करना शुरू किया और कभी भी […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।