बाल दिवस विशेष……………….. एक चाचा की चाह में, बचपन खो गया भूखे है इस तरह की,संस्कार खो गया नवीनता तुम्हें मुबारक शालीनता लौटा दो बस एक बार मेरा चाचा लौटा दो। चाचा थे आधुनिक भारत के निर्माता विज्ञान प्रोद्यौगिकी के प्यारे समस्त राष्ट्र को चमका गए विलासिता के उपकरणों से […]

कल्पनाओं को छोडकर कर्म को अपनाना होगा विकृत हो रहे मनःस्थिति पर काबू पाना होगा। बहक रहे है सभी के कदम फैल रहा जीवन में अंधकार खाली समय में अंतःमन को झकझोरना होगा कल्पनाओं को छोडकर कर्म को अपनाना होगा। संगत की संस्कारो से खुद को बचाओ ऐ दोस्त बिगडती […]

अंधेरो से दोस्ती कर लो क्योंकि, उजाले तो अब सताने लगे हैं मत करो उजाले की उम्मीद तुम, अंधेरो से दोस्ती कर लो, क्योंकि, अब अपने भी बुजुर्ग आश्रम जाने लगे हैं। जहां होती थी तेज रोशनी अब घूप अंधेरे नजर आने लगे हैं। आशा मत रखना औलाद से, क्योंकि, […]

।।दोहा।। जयति जय माता सरयू, जय विष्णु अश्रु धार। मोहि पर अब कर किरपा ,करो   मोर उद्धार।। ।।चौपाई।। मानसरोवर निकली धारा । तुम्हरी महिमा अपरम्पारा।। महिमा तुम्हरी कही न जाई।शिवभूमि काली तट कहाई।। शारदा राप्ती है सहायक । छपरा गंगा संग विलायक। मैदान आ   सरयू कहाई । अपन […]

मैं हिन्दी हूँ हिन्दुस्तान हूँ मैं सबकी आवाज हूँ उत्तर ,दक्षिण ,पूरब, पश्चिम की शरहद नहीं मैं कण- कण की पहचान हूँ मैं हिन्दी हूँ हिन्दुस्तान हूँ। है इतिहास निराली अपनी जो कभी न मिटने वाली क्षेत्रवाद की बेड़ियो में मै न जकड़ने वाली राष्ट्र का प्रतीक हूँ कहानियों कविताओ […]

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हां रोशनी वह शब्द है। यह एक उर्दू शब्द है। जिसे हिन्दी में प्रकाश आंग्ल में लाइट तथा स्थानीय भाषाओं में विभिन्न नामों से जाना जाता है। अब नाम और भाषा से हमें का लेना खैर। रोशनी का हमारे जीवन मा बहुत बड़ा महत्व है। एक कहावत भी है रोशनी […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।