सीवान, बिहार | बिहार के सीवान जिला के चैनपुर गाँव के भीष्म प्रसाद के पुत्र रुपेश कुमार जो प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रहें ने साहित्य मे पूरे भारत मे अपना परचम लहराया है ! रुपेश भौतिक विज्ञान से स्नाकोतर एवं बीएड कर चुके है वर्तमान मे रिसर्च की तैयारी […]

भारत की साहित्यिक राष्ट्रीय संस्था राष्ट्रीय आंचलिक साहित्य संस्थान का पश्चिम बंगाल ईकाई का उद्घाटन समारोह में संस्था के सभी सम्मानित पदाधिकारी उपस्थित हुए जिसमें राष्ट्रीय महासचिव रुपेश कुमार जी के द्वारा पूरी व्यवस्था की गई तथा उद्घाटन राष्ट्रीय अध्यक्ष सह संस्थापक नवलपाल प्रभाकर ‘दिनकर’ जी के कर कमलों द्वारा […]

मिथलेश सिंह मिलिंद : राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी साहित्य संगम संस्थान नई दिल्ली | साहित्य संगम संस्थान नई दिल्ली द्वारा आयोजित साहित्य संगम संस्थान छत्तीसगढ़ इकाई का उद्धाटन समारोह (22-11-2020) बहुत ही भव्य तरीके से सम्पन्न हुआ। साहित्य संगम संस्थान नई दिल्ली के तत्वावधान में हिंदी साहित्य के विकास में एक […]

कोरोना से बचने हेतु सावधानी बरतने व टीके के परीक्षण हेतु आगे आने का किया आह्वान रोहतक। नवंबर 21, 2020। विश्व हिन्दू परिषद के केन्द्रीय संयुक्त महा सचिव डॉ सुरेन्द्र जैन ने आज रोहतक स्थित पंडित भगवत दयाल शर्मा यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइन्सेज में कोरोना महामारी से बचाब हेतु बनाए […]

आगरा | बृजलोक साहित्य कला संस्कृति अकादमी के सौजन्य से महापर्व दीपावली के पावन अवसर पर देशभर के पचपन कलमकारों को सम्मानित किया गया | गत बीते दिवसों में संस्था ने ऑनलाइन व ऑफलाइन प्रविष्टियां आमंत्रित की थी | चयनित कलमकारों को दो सौ रुपये कीमत का सत् साहित्य व […]

नई दिल्ली, नवंबर 6, 2020. पाकिस्तान सरकार द्वारा गुरुद्वारा करतारपुर साहिब के प्रबंधन को पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी(PSGPC) से हटा कर ‘इवैक्यूई ट्रस्ट प्रॉपर्टी बोर्ड’ (ETPB) को दीए जाने की विश्व हिन्दू परिषद कड़ी निंदा करती है। इस संबंध में यह तर्क दिया जाना कि कमेटी गुरुद्वारे के प्रबंधन […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।