स्वच्छ रहेंगें,स्वस्थ रहेंगे,भारत को भी स्वच्छ करेंगें। करते हैं प्रतिज्ञा,हम सब करते हैं प्रतिज्ञा॥ शौच खुले में अब नहीँ करेंगें,जल-थल को अब साफ रखेंगें। करते हैं प्रतिज्ञा,हम सब करते हैं प्रतिज्ञा॥ हाथ हमारे कौशल-धन-बल,सदा साफ ये सदा हो निर्मल। हाथ धो के जल-पान करेंगें… करते हैं प्रतिज्ञा,सब हम करते हैं […]

चाह नहीं है देवों की सी सुबह-शाम पूजा जाऊं। इतनी-सी चाह इस दिल की, मानव का मैं सम्मान पाऊँ॥ चाह नहीं है इतनी भी कि ‘रमा’ मेरी दीवानी बने। इतनी-सी चाह इस दिल की, ‘लक्ष्मी’को मैं शीश नवाऊँ॥ स्वर्ग मुझे भी मिले,यह भी अब चाह नहीं है मुझे। इतनी-सी चाह […]

इंसान हूँ मैं,इंसान ही बनना चाहता हूँ। कई आदर्श हैं इस जीवन के फिर भी नहीं चाहता भगवान बनना॥ इंसान हूँ मैं इंसान ही बनना चाहता हूँ। सब जन को है चाह देव बन पूजे जाएं। पर इंसानों की खामियां कैसे कोई छिपाए॥ लोगों की इन खामियों पर कुछ कहना […]

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महंगी पड़ गई तुम्हारी मोहब्बत हमें, कुछ लिया भी नहीं और सब कुछ दे दियाl वैसे इतना भी बुरा नहीं था ये सौदा, हमको भी तो मिला रातभर आँख खुली रखने का काम आँख मींच के भी न सोने का काम, बिना तुम्हारी इजाज़त के तुम्हें याद करने का काम […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।