आये जब यह बारिस का मौसम दिल बहुत घबराता रहता है मेरा मैं बिहार का अबला ग्रामीण हूँ बाढ़ की विभीषिका से नाता मेरा। यह बारिस अमीरो को शकून देती गरीबों के छप्पर को तो चूअन देती भींगते बदन और रोजी न रोजगार आशा में दिन निकला थम जा बरसात […]

जिनको हमने दोस्त बनाया , वही पीठ पर भोके खंजर। जिनको हमने अपना माना उनके हाथ खून से लता पथ। देखो चीन पुनः सीमा पर, युद्ध करने के लिए आया है । भारत ने भी ठान लिया है , अक्साई भारत बनाना है ।। तम्बू गाड़े या बनाये बंकर , […]

मधुशाला साहित्यिक परिवार उदयपुर द्वारा होली प्रतियोगिता में बिहार पटना के लेखक आशुतोष कुमार झा को सम्मान पत्र से नवाजा है।इस प्रतियोगिता में देश भर के साहित्यकारो ने भाग लिया सभी को मधुशाला परिवार की ओर से सम्मानित किया गया है।आशुतोष ने बताया कि ऑन लाइन प्रतियोगिता के जरिये ऐसे […]

 _बांगड़ू कवि सम्मेलन ठहाकों और देशभक्ति से सराबोर रहा_इन्दौर। हिन्दी कवि सम्मेलन का आनंद ही तब आता है जब श्रोता उसमें डूबकर भाव विभोर हो जाता है। कुछ ऐसा ही दृश्य स्काउट मैदान चिमनबाग पर मालवा श्रमजीवी पत्रकार संघ द्वारा आयोजित व मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा संयोजित ‘बांगड़ू हास्य कवि […]

नई दिल्ली द्वारा समीक्षाधीश तथा कलम बोलती है साहित्य ग्रुप द्वारा पुरूष रत्न सम्मान पत्र से विभूषित हुए पटना बिहार के लेखक आशुतोष कुमार झा।उन्होंने बताया कि होली के दिन यह दो सम्मान उनके लिए बहुत मायने रखती है यह सम्मान संस्थान द्वारा दिए गये विषय पर अपनी समीक्षात्मक कार्य […]

सपनो के पंख लगाकर उडता फिरू जहाँ तहाँ कोई कैसे देखे सुनहले दिन कोसते रहते सपनो को कहाँ कहाँ। जब भी कोई सपना देखू लगता है प्यारी प्यारी खो जाता हूँ उन सपनो में भले ही पूरे न हो सारी। खट्टे मीठे अनुभवो का एहसास है ये सपने हमारी कुछ […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।