परिचय : श्री रमेशदास पिता तुलसीदास का जन्म ग्राम कल्याणपुरा जिला झाबुआ (म.प्र.) के छोटे से कस्बे में हुआ है। आप लेखक के रुप में ‘उधार’ नाम से जाने जाते हैं,जिनका जीवन सादा और विचार क्रांतिकारी हैं। लम्बे समय तक सरकारी कर्मचारी होने की वजह से इनकी रचनाओं में सरकार से जुड़े कामकाज और राजनीति पर काफी कुछ पढ़ने को मिलता है। आर.डी.वैरागी स्वभाव से अंतर्मुखी होकर जीवन का होशपूर्ण व्यापन करने की बात कहते हैं। आपकी लेखनी का उद्देश्य समाज को जागृत करना और हिन्दी भाषा को बढ़ावा देना है। काफी लम्बे समय तक सरकारी कर्मचारी होने की वजह से उनकी रचनाओं में सरकार से जुड़े कामकाज और राजनीति पर काफी कुछ व्यंग्य पढ़ने को मिलते हैं, जिससे पाठक सोचने पर मजबूर होता है। इन्होंने अपनी रचनाओं में जीवन से जुड़े लगभग सभी तथ्यों पर विचारों को बेधड़क लिखा है।