Read Time2 Minute, 8 Second
नया घर खाली है,
आओ एहसासों से भर देंl
गरमाहट से सराबोर हो बैठक,
अंतस की मिठास से महके
निशदिन अन्तःपुरl
गमलों में उगाए,
नन्हीं आंखों के रंगीन सपनेl
छत पर सुखाए,
सुख-दुख के छोटे-बड़े कपड़े।
खुले आसमान-सा रंग लिए,
आंमत्रित है भोर के पाखीl
नया घर खाली है,
आओ एहसासों से भर देंll
#डॉं.श्रीमती नीना छिब्बर
परिचय :डॉं.श्रीमती नीना छिब्बर का जन्म-दिल्ली का और जन्मतिथि-७ अगस्त १९५५ हैl आपने एम.ए.(हिन्दी) सहित एम.ए.(अंग्रेजी) और पी.एच-डी.(हिन्दी) की शिक्षा हासिल की हैl व्याख्याता के रूप में आपका कार्यक्षेत्र राजकीय उच्च माध्यमिक विधालय गंगाणी (जोधपुर,राजस्थान)हैl वर्तमान निवास जोधपुर के चौपासनी ह्राउसिंग बोर्ड में हैl आपकी साहित्य यात्रा में `आकांक्षा की ओर`(काव्य संग्रह) के साथ ही हिन्दी के मनोवैज्ञानिक उपन्यासों में असामान्य पात्र,`खिड़कियों में टंगे लोग`(लघुकथा संग्रह-सह लेखक) तथा ३ सहोदरी काव्य (सांझा संग्रह) आदि प्रकाशन शामिल हैंl सम-सामयिक और सामाजिक विषयों पर अनेक दैनिक-पाक्षिक समाचार पत्रों में दर्जनों आलेख प्रकाशित हो चुके हैंl विभिन्न संगोष्ठियों में पत्र-वाचन एवं संयोजन में भी आप कुशलता दिखा चुकी हैंl डॉं.छिब्बर सामाजिक सहभागिता के रूप में जोधपुर में कुछ साहित्यिक संस्थाओं से संरक्षक और पदाधिकारी के नाते जुड़कर सक्रिय हैंl
Post Views:
839
Mon Nov 6 , 2017
मन के कोने में भी तुम एक दीप जलाना सीख लो, आग में तन को तपाकर फिर गलाना सीख लो। फूलों की खुशबू मिलेगी ज़िन्दगी की राह में, पहले काँटों की डगर पर पग चलाना सीख लो। क्या हुआ जो रात का घनघोर अँधेरा छा गया, जुगनुओं-सा खुद को थोड़ा […]