हमारा मध्यप्रदेश

0 0
Read Time2 Minute, 3 Second
gopal
मध्यप्रदेश स्थापना दिवस विशेष
 देश का ह्रदय स्थल, मध्यप्रदेश।
 हर धर्म-जाति का यहां समावेश॥
शत्रु भी डरते हैं,करने से प्रवेश।
ऊँकार जी,महाकाल हैं नरेश॥
प्राकृतिक सौंदर्य,सुंदर परिवेश।
दर्शनीय स्थलों का गढ़ मध्यप्रदेश॥
पंचमढ़ी,खजुराहो,बावनगजा विशेष।
उज्जैन,इंदौर प्रसिद्ध है देश-विदेश॥
मांडू,बाग गुफा का सुंदरतम परिवेश।
भेड़ाघाट,गोम्मटगिरि चर्चित देश-विदेश॥
तानसेन की स्वर लहरी,लता का गान।
चंद्रशेखर आजाद,टंट्या मामा महान॥
कवि कालिदास, सुभद्रा कुमारी चौहान।
शिवमंगलसिंह बने माँ भारती की पहचान॥
मीठी बोली मालवी,निमाड़ी,बुंदेली।
मिल-जुल रहती हर भाषा जैसे सहेली॥
हुसैन की कला,माखन दादा संग परसाई।
दुष्यंत का दर्द यहाँ,कुमार गंधर्व की गहराई॥
ज्ञानी राजा भोज की नगरी धार,भोपाल।
अहिल्याबाई का गुणगान हर चौपाल॥
धूनी वाले दादा का दरबार,निमाड़ पहचान।
मालवा-निमाड़ उत्सव,पन्ना के हीरे
हैं शान॥
औद्योगिक नगरी पीथमपुर है विश्व विख्यात।
जहाँ विकास का पहिया घूमता दिन-रात॥
यहाँ धरती सोना उपजे सोयाबीन,कपास।
इंदिरा सागर,जलूद फैला रहा है उजास॥
खुशहाली-हरियाली से भरपूर परिवेश।
सुख-दु:ख का साथी है हमारा मध्यप्रदेश॥

                                                     #गोपाल कौशल

परिचय : गोपाल कौशल नागदा जिला धार (मध्यप्रदेश) में रहते हैं और रोज एक नई कविता लिखने की आदत बना रखी है।

matruadmin

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

दिल ही तो है

Fri Nov 3 , 2017
आ ही जाता है,दिल जिस पर आने को है, ये ख़बर तो हो गई,इस ज़माने को है। जान कर भी बनते हैं अंजान वो, हर ख़बर दिल की मेरे दीवाने को है। सब्र का मेरे न यूँ इम्तहान न लो, बेक़रारी अब हद से बढ़ जाने को है। बन्द दरवाजे […]

पसंदीदा साहित्य

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।