सफर

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ankit ajad
वे लोग जो बीच सफर में छोड़ जाते हैं,
वही तो हमें अकेला चलना सिखाते हैं।
समझ नहीं आता मुझे इश्क़ का फ़लसफ़ा,
जब भी समझना चाहते हैं,उलझ जाते हैं।
उनको देखकर मुस्कुराना मजबूरी है मेरी,
ये अलग बात है नम आँखों से भी मुस्कुराते हैं।
अश्क़ हमेशा तूफाँ बनकर रहते हैं पलकों पर,
उनकी यादों से इन पलकों पर इक बाँध बनाते हैं।
किस कदर प्रेम था हम दोनों के दरमियाँ,ये बात बताने को,
उनसे मिले प्रेम-प्रतीकों से हम अपना आशियाँ सजाते हैं।

                                                        #अंकित आजाद गुप्ता

परिचय: अंकित आजाद गुप्ता की आयु मात्र २२ वर्ष तथा जन्म स्थान-पूर्वी चम्पारण(राज्य-बिहार) है। आप शहर-मोतिहारी में रहते हैं। अभी एमए पढ़ रहे हैं। सामाजिक क्षेत्र में सेवा के लिए गरीब बच्चों को निशुल्क अध्यापन,समाजसेवा हेतु सदैव तत्पर एवं कई सामाजिक कार्यों में सहयोग के लिए तैयार रहते हैं। रक्तदान हेतु स्वयं उपलब्ध होने के साथ ही युवाओं में इसके प्रति जागरुकता लाते हैं। इन सेवा कार्यों के लिए कटिहार विधायक ने आपको प्रशस्ति-पत्र एवं रक्तदान हेतु प्रशंसा-पत्र दिया है। आपकी साहित्य एवं लेखन में रुचि है।

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