बेटी को समर्पित

0 0
Read Time1 Minute, 17 Second
prerana-300x210
जन्म तो दिया तुझे
पर बड़ा करूँ कैसे,
डर लगता है जालिमों से
मैं तुझे समझाऊँ कैसे।
 है पग-पग आडम्बर
 खड़ा है मानव दैत्य बनकर,
 तू ठोकर न खा ले कहीं
 ये डर तुझे बताऊँ कैसे।
भविष्य तो मैं बना दूंगी
तुझे मंजिल तक पंहुचा दूँगी,
पर ब्याह के बाद की परिस्थिति से
निपटना तुझे ये समझाऊँ कैसे।
ढूंढना है अपने सपनों को
तोड़ना पड़ता है सारे रिश्तों को,
पर तू टूटना न कभी
ऐसी हिम्मत मैं तुझमे लाऊँ कैसे।
उज्जवल हो भविष्य तेरा
जीवन की हर ख़ुशी मिले तुझे,
वो आशीर्वाद से भरी पोटली
सोचती हूँ मैं लाऊँ कहां से॥

                                                         #प्रेरणा सेंद्रे 

परिचय: प्रेरणा सेंद्रे  इन्दौर में रहती हैं। आपकी शिक्षा एमएससी और बीएड(उ.प्र.) है। साथ ही योग का कोर्स(म.प्र.) भी किया है। आप शौकियाना लेखन करती हैं। लेखन के लिए भोपाल में सम्मानित हो चुकी हैं। वर्तमान में योग शिक्षिका के पद पर कार्यरत हैं।

matruadmin

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

मिलो तो खुद से

Sat Oct 28 , 2017
मुझे मुझसे मिलने दो, खुद से उलझकर फ़िर सुलझने दो, कोई रोक नहीं पाएगा जब भरुंगी लंबी उड़ान, खुद का सहारा बनकर नए पंख लगने दो, ये जो काले बादल घुमड़-घुमड़ करके आ गए, इनके पीछे छुपा आसमानी एक जहां, मुझे बुलाता है नूतन तुम हो यहीं हो, यहीं-कहीं,चारों ओर […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।