अंधविश्वास

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ankit deep
मानव क्‍यों इतना अन्‍धा है,
सब धर्मों के आसन पर
ढोंगी पाखण्‍डी रख डाले,
देवों के सिंहासन पर l

चोर,उचक्‍के,गुण्‍डे सब,
धर्मों के ठेकेदार बने
जैसे भूखे भेड़िए,
बकरी के पहरेदार बने l

जैसे कोई डाकू,
सत्‍ता को हथियाता है
जैसे जिलाधीश को
सिपाही आंख दिखाता है l

जैसे श्रीराम को भी,
कोई हैवान बताता है
वैसे ही शैतानों को,
हमने भगवान बनाया है l

भगवा चोलों के पीछे,
हम धर्म संभाले बैठे हैं
पाक में नहीं आतंकी,
हम घर में पाले बैठे हैं l

जैसे हवा के झोंके से,
कोई पत्‍ता बलखाता है
वैसे ही सिर हमारा,
हर बाबा को झुक जाता है l

अंधविश्‍वास की काली पटटी,
हट जाए  तो अच्‍छा है
ऐसे बाबा को झुकने से,
यह सिर कट जाए तो अच्‍छा है ll

                                                                 #अंकित दीप कश्यप
परिचय: अंकित दीप कश्यप की शिक्षा वर्तमान में एमए जारी है। आपकी जन्मतिथि-१५ मार्च १९९७ और जन्म स्थान-मुजफ्फरनगर है। आप शहर-मुजफ्फरनगर(उत्तर प्रदेश)में ही रहते हैं। कार्यक्षेत्र-मुजफ्फरनगर में ही कम्प्यूटर अॉपरेटर हैं। विधा-ग़ज़ल,कविता (तुकान्त-अतुकान्त)है। एक साहित्यिक संस्था के वार्षिक संकलन में रचनाछपी है। कुछ क्षेत्रीय सम्मेलनों में भाग लिया है। आपके लेखन का उद्देश्य-मानव व्यवहार में निरन्तर बढ़ते छल तथा सामाजिक बुराईयों पर चोट करना है।

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।