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कि उनको शिकायत
है हमसे कि हम
कुछ लिखते नहीं,
कहाँ से लाऊं शब्द
जो हमको मिलते नहीं।
दर्द की ज़ुबान होती
तो बता देते शायद;
वो ज़ख्म कैसे दिखाएँ,
जो दिखते नहीं।
#दीपेश पालीवाल
परिचय : दीपेश पालीवाल वर्तमान में बी.ए. के विद्यार्थी हैं। उदयपुर (राजस्थान)की झाड़ोल तहसील के गोगला गांव के निवासी हैं। कविता लिखने के साथ ही मंच संचालन करते हैं।
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