नगर की साहित्यकार कीर्ति मेहता गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज

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इंदौर (म.प्र.) साहित्य राष्ट्र का दर्पण हेता है | प्रत्येक साहित्यकार अपनी रूचि के अनुसार विविध विधाओं के माध्यम से अपने लेखन धर्म को संपन्न करता है किन्तु राष्ट्र हित व राष्ट्र उत्थान सदैव साहित्य का मूल रहा है | राष्ट्रीय चिंतन के इसी क्रम में यदि किसी क़लमकार को क़लम के माध्यम से राष्ट्र की सेवा करने का अवसर मिल जाएं तो यह काव्य साधना की सफलता का प्रतीक है | ऐसा ही अवसर प्राप्त हुआ हमारे नगर की कवयित्री श्रीमति कीर्ति मेहता “कोमल” को। जनजागरण विकास समिति सूरजपुर (छत्तीसगढ़) द्वारा हमारे भारत की अमूल्य धरोहर भारतीय संविधान को “छंदबद्ध भारत का संविधान” के रूप में छंदबद्ध करने का महनीय कार्य संपन्न किया | इस महत्वपूर्ण साहित्यिक धरोहर को गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड द्वारा प्रमाणिक किया गया है | गहन चिंतन के साथ अनेक सत्रों व प्रयासों से संपन्न इस कृति को छंदकारों के जिस समुह ने पूर्ण किया इसमें श्रीमति कीर्ति मेहता ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है | इस महनीय योगदान के लिएं संस्था द्वारा आपको नई दिल्ली में संपन्न सम्मान समारोह में साहित्यकार के रूप सम्मानित किया गया |

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संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।