मातृ दिवस

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अपने अन्तः स्तल में दबाकर दर्द सारे,
आँचल से ढककर अपने बच्चे सारे।

वसु को अपनी प्यारी शैय्या बनाकर,
गगन को अपनी सुंदर रजाई बनाकर।

सुलाती है बच्चों को लोरियाँ गाकर,
थकती नहीं कभी बच्चों को दुलारकर।

कांटों की चुभन को सहती जो हँसकर,
अंगारों में कूद जाती बच्चों की खातिर।

माँ दुर्गा का रूप धारण करने वाली,
बच्चों के लिये बन जाती महाकाली।

भूखी रहकर बच्चों का पेट भरने वाली,
सहनशीलता, संवेदनशीलता वाली।

ऐसी माँ के लिये क्या इक दिवस है,
पूजने के लिये उसे बस इक दिवस है!

रखती नौ माह गर्भ में जो बच्चे को,
भयंकर प्रसव पीड़ा सहन करती जो।

हर ख़ुशी कर देती न्यौछावर जो,
बच्चा कुछ बने ख्वाहिश रखती जो।

ख़ुद को मिटाकर वात्सल्य लुटाती जो,
बांहों में लेकर आनंदित करती जो।

उस माँ के लिये इक दिवस ख़ास हो,
केवल इक दिवस ही ख़ास हो!

कैसी यह विडम्बना है?

माँ! तुम तो हर पल, हर क्षण में ख़ास हो,
जीवन की तुम ही तो इक आस हो।

माँ! तुम जीवन दायिनी हो,
माँ! तुम कष्टनिवारिणी हो।

शत–शत नमन, लख–लख नमन,
खिलता रहे तुम्हारा ये गुलशन।

#श्रीमती प्रेम मंगल
राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य
मातृभाषा उन्नयन संस्थान, भारत

matruadmin

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।