अहिल्या पुस्तकालय में इंदौर गौरव दिवस के आयोजन हेतु बैठक संपन्न

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इन्दौर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मंशा अनुसार जिला प्रशासन इंदौर द्वारा” इंदौर गौरव दिवस “मनाया जाना तय किया गया। क्षेत्रीय ग्रंथपाल एवं परामर्शदात्री समिति की सचिव श्रीमती लिली डावर ने बताया कि आज कला एवं साहित्य विधा के लिए शासकीय श्री अहिल्या केंद्रीय पुस्तकालय में तीन दिवसीय कार्यक्रम आयोजित करने हेतु एक बैठक का आयोजन किया गया,जिसकी अध्यक्षता परामर्शदात्री समिति के उपाध्यक्ष वरिष्ठ पत्रकार श्री कृष्ण कुमार अस्थाना जी ने की, विशेष आमंत्रित सदस्य वरिष्ठ समाज सेवी डॉ अनिल भंडारी थे।
इस अवसर पर इंदौर शहर की कला एवं साहित्य से जुड़ी अनेक संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने आयोजन हेतु अपने अपने विचार रखे। हिंदी परिवार के अध्यक्ष श्री हरे राम बाजपेई, साहित्य संगम के श्री सदाशिव कौतुक , हिंदी परिवार के सचिव श्री संतोष मोहंती, वरिष्ठ हास्य रचनाकार श्री प्रदीप नवीन, मातृभाषा उन्नयन संस्थान के अध्यक्ष डॉ अर्पण जैन ‘अविचल’, विचार प्रवाह साहित्य मंच के संयोजक श्री मुकेश तिवारी,अध्यक्ष श्रीमती सुषमा दुबे, ओपन माइक की संस्थापक रचनाकार श्रीमती संध्या राय चौधरी, शुभ संकल्प की संस्थापक डॉ सुनीता श्रीवास्तव, वामा साहित्य मंच की श्री मती निरुपमा नागर,
संगीत,नाटक मर्मज्ञ शैलेन्द्र शर्मा एवं पुस्तकालय परिवार के सदस्य श्रीमती वर्षा रघुवंशी,सुश्री रागिनी गौड़, श्रीमती पूर्णिमा पांचाल, श्री रत्नेश देवलास,श्री अखिलेश आसिरवाला,श्री रोहित खेर, श्री सौरभ सिरसाट आदि उपस्थित रहे।

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।