लिखने को आयेगा…।

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जो मोहब्बत को दूर से देखता है।
उसे ये बहुत अच्छी लगती है।
और जो मोहब्बत करता है
उसे मोहब्बत जन्नत लगती है।।

जिंदगी का सफर यूँही कट जायेगा।
जिंदगी का उतार चड़ाव भी
पुरुषात से निकल जायेगा।
पढ़ना है यदि खुदको तो
दर्पण के समाने खड़े हो जाना।
और स्वयं के मंजिल को
अपने अंदर गुन गुना।।

आज के दौर में सभी को
राम श्याम चाहिए।
पर खुद सीता राधा और
मीरा बनने को तैयार नहीं।
वाह री दुनियां और इसे लोग
कुर्बानी सामने वाले से चाहिए।
और यश आराम खुद को
बिना परिश्रम किये चाहिए।।

मेरे दिलकी पीड़ा को
कभी पड़कर देखो।
दिलकी गैहाराईयों में
तुम उतरकर देखो।
तुम्हें प्यार की जन्नत
और बिछी हुई चांदनी।
और बाग में खिले हुये
गुलाब नजर आयेंगे।।

किसी दिल वाले से
दिल लगाकर देखो।
अपनी भावनाओं को
उसे बताकर तुम देखो।
वो प्यार के सागर में
तुम्हें वो डूबो देगा ।
और एक कमल तुम्हारे
दिलमें खिला देगा।
तब तुम्हें अपनी और उसकी
मोहब्बत का एहसास होगा।।

कभी खुदमें सीता का
रूप तुम देखोगी तो।
तुम्हें अंदर से राम ही
राम नजर आयेंगें।
और मोहब्बत के दीप
तुम्हारे दिलमें जल जायेंगे।
और तुम्हारी मोहब्बत को
लिखने संजय जरूर आयेगा।।

जय जिनेंद्र देव
संजय जैन “बीना” मुंबई

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मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।